आज भी रोज की तरह रात के 1 बजे रोबर्ट दरवाजा खटखटा रहा था। उतने मैं घरके अंदर टोबी के भोकने की आवाज़ आने लगी ।टोबी ने जेरी की थोडी फटी हुई पेंट को मुह में रखकर खिंच रहा था । जेरी की आँख खुली उसने पास के टेबल पर रखी चाबी को लिया और फौरन दरवाजा खोला । नशा करके आया हुआ रोबर्ट बेहोस हो चुका था । और वही दरवाज़े पर गिर चुका था। जेरी उसे होश में लाने की कोसिस कर रहा था । टोबी भी उसका मुह चाटने लगा । जेरी घरके अंदर जाके थोड़ा पानी ले आया और उसने रोबर्ट के मुह पर छिड़का। रोबर्ट होस में आया और वो लीशा लीशा चिल्ला रहा था । जैसे तैसे करके जेरी ने उसे खड़ा किया और उसके niकमरे तक पहुचाया । रोबेर्ट के कमरे में सब बिखरा पड़ा था कि चीज़े बिस्तर पर पड़ी थी ।जेरी ने उन चीज़ों को हटाया और रोबर्ट को वही लेटाया । रोबेर्ट अभी भी लिसा...लिसा... चिल्ला रहा था । धीरे धीरे चिल्लाने की आवाज कम होती गई । और वो खराटे की आवाज़ में बदल गई । जेरी ने रोबर्टके पेरोसे जूते निकाले । और लाइट बंध कर के अपने कमरे में चला गया ।टोबी भी उसके पीछे पीछे आने लगा ।
टोबी का छोटा सा घर जेरी के बेडरूम में ही था । लिसा और रोबेर्ट ने बड़े प्यार से उसे बनवाया था । जेरी के दसवें जन्मदिन पर रोबर्ट टोबी को इसघर में लेकर आया था । उसके आने से ही परिवार पूरा हुआ । लेकिन अब इस परिवार को किसीकी नजर लग गई थी । एक महीने पहले ही जेरी की माँ की केन्सर की वजह से मौत हो गई थी । इस हादसे के बाद रोबर्ट अंदरसे टूट गया ।तबसे रोज रातको रोबर्ट नशा करके आता था । आज भी ऐसा ही हुआ । लेकिन 13 साल के जेरी काफी हिम्मत वाला हैं उसको भी माँ की बहुत याद आती थी ।लेकिन उसने अपने आप को हालात के मुताबिक ढाल लिया था । लेकिन रॉबर्ट की हालत दिन प्रतिदिन बत्तर होती जा रही थी ।वो रोज रातको देरसे शराब पीकर आता । और हर वक्त लिसा की यादों में खोया हुआ रहेता था ।
ट्रिन ट्रिन अलार्म बजा ।सुबह के 7 बजे थे । जेरी को 8 बजे स्कूल जाना होता था । टोबी जाग चुका था । वो जेरी के बेड पर चढ़कर उसे जगाने लगा ।जेरी जागकर रॉबर्ट के कमरे में गया । वो वहा नही था। उसे किचन में से कुछ आवाज सुनाई दी । जेरी किचन मैं गया । रोबर्ट नास्ता बना रहा था ।
रोबेर्ट: गुड मॉर्निंग बेटा, तुम बेठो में अभी नास्ता लगाता हूँ ।
जेरी : गुड मॉर्निंग
रॉबर्ट ने जल्दी जल्दी नास्ता बनाया और डाइनिंग टेबल पर रखा और जेरी का हाथ पकड़ लिया ।
रोबर्ट: जेरी ,तुम्हारी माँ से में बहुत प्यार करता था । इसलिए पिछले कुछ दिनो मैं मेने बहुत गलतिया की हैं , मेने तुम्हारे तरफ भी ध्यान नही दिया ।पर में वादा करता हूँ कि अब सब ठीक कर दूंगा ।
जेरी: मैं आपसे बिल्कुल नाराज नही हु ।मुजे आप पर पूरा यकीन है ।
जेरी ने नास्ता खत्म किया और अपने अधूरे काम खत्म करने मे लग गया ।फिर अपनी स्कूल की यूनिफॉर्म पहनकर बैग पैक करने लगा उतने में बस आई ।जेरी ने जल्दी जल्दी बैग पैक की और दौड़ कर बस में चढ गया ।
रोबर्ट : good bye जेरी, have a good day
जेरी : bye dad ,bye toby
जेरी रोज की तरह बसमे तीसरी सीट पर जाकर खिड़की के पास बैठ गया ।उसके बाजू की सीट खाली थी वहा उसने अपनी बैग रख दी । और खिड़की के बहार देखने लगा । ठीक आधे घंटे बाद बस रुकी । कॉलमा सेकंडरी स्कूल । जेरी इसी स्कूल में पढ़ता था । ये कॉलमा शहर का काफी बेहतरीन स्कूल था ।स्कूल के बच्चे जेरी को काफी पसंद करते थे । उसकी वजह थी उसकी बात करने की कला। वो सभी के साथ काफी अच्छी तरह से बात करता था ।कभी कभी वो सामने वाले के मन की बात जान लेता था । आजतक कभी उसका स्कूल मे किसीके साथ जघडा नही हुआ था ।टीचर्स भी उसे काफी पसंद करते थे ।
सब बच्चे बस से उतरने लगे । जेरी भी उतर गया पीछे से आवाज़ आई रुको जेरी, ।एक मोटा लड़का जेरी के पास आ रहा था ।उसने आखो पर गोल चस्मा पहना था । और उसके बालों मैं काफी तेल डाला था ।उनके एक हाथ मे एक पुरानी किताब थी और दूसरे हाथ में हाथरुमाल था। उससे वो अपने सर का पसीना पोछने लगा ।
जेरी : hi , चक
चक : hi, कल लाइब्रेरी मैं तुम्हारी किताब "डस्ट
बोल " मेरे पास ही रहे गई थी ।
जेरी : ओह ,मेने इसे कहा कहा नही ढूंडा पताहै । anyway , स्टेसी कहा है ,और उसकी तबियत कैसी हैं पता चला ।
चक : हा वो ठीक हैं ।और आज स्कूल भी आनेवाली हैं ।
उतने मैं एक और बस आयी । बससे एक लड़की उत्तरी ।दिखने में वो दुबली थी । उसने गुलाबी रंग का टीशर्ट पहना हुआ था । उसके बाल थोड़े छोटे थे ।
वो मुह में चिंगम चबा रही थी ।
बससे उतरकर वो जहा चक और जेरी खड़े थे वहा आई ।
स्टेसी : लगता हैं तुम लोगोने मुजे काफी मिस किया ।
चक : हा स्टेसी, मिस तो बहुत किया ।वैसे अब तुम्हारी तबियत कैसी हैं ।
स्टेसी : में बिल्कुल ठीक हु । है जेरी तुम्हारे डैड कैसे हैं।
जेरी : वो भी आज ठीक लग रहे थे ।उन्हें थोड़ा वक्त चाहिए ।
ट्रिन....ट्रिन..... करके उतने में स्कूल की बेल बजी
चक : जल्दी चलो नहीतो मिस एमी आज फिरसे डाँटेगी ।
चक ,जेरी और स्टेसी तीनो एक ही क्लास में पढ़ते थे । तीनो सातवी क्लास के क्लासरूम में पहुचे ।
चक : थैंक गॉड , अभी एमी मेम नही आई ।नहीतो फिरसे डाट पड़ती ।
चक और जेरी तीसरी बैंच पर बैठ गए ।स्टेसी दूसरी बैंच पर मिसी के साथ बैठ गई । और उसके साथ बात करने लगी । उतने में मिस एमी भी क्लास रूम में आई ।
स्टूडेंट्स :गुड मॉर्निंग ,मेम।
मिस एमी : गुड मॉर्निंग स्टूडेंट्स । केसी हो स्टेसी, तुम्हे वापस देखकर अच्छा लगा ।
स्टेसी: पहले से काफी बेहतर ।
ठीक हैं स्टूडेंट्स सबसे पहले में तुम लोगोका होमवर्क चेक कर लेती हूँ फिर आगे पढ़ाई करेंगे ।
मिस एमी एक के बाद एक सभी स्टूडेंट्स के नाम लेने लगी । माइक नेल्सन, मिसी टेस्टर,...चक वाल , जेरी हयास । होमवर्क चेक करने के बाद मिस एमी ने अपनी मैथ्स की क्लास कंटिन्यू की ।
" अगर हमे कोई बड़ी जगह का area find करना हैं तो उसको छोटे टुकड़ो में बाट लेंगे और फिर उन सभी area का sum करेंगे तो हमे वो बड़ा area मिल जाएगा ।......"
स्टेसी ओर चक पढ़ाई में ठीक ठाक थे। लेकिन जबसे वो जेरी की क्लास में आये थे तबसे वो कोलमा की पुरानी लाइब्रेरी मैं रोज पढ़ते थे ।जेरी को नॉवेल पढ़ना पसंद था कभी कभी वो history की किताबें भी पढ़ता था । आज भी रोज की तरह वो प्रोफेसर joe का लेक्चर खत्म होने का इंतजार कर रहे थे । ताकि वो स्कूल खत्म करके कोलमा की पुरानी लाइब्रेरी जा शके । प्रोफेसर जो केमिस्ट्री पढाते थे । जो तीनों मैं से किसीको भी पसंद नही था और उनका लेक्चर भी लास्ट में आता था । इसलिए वो और भी ज्यादा बोर करता था ।
आखिर इंतजार की घड़ी खत्म हुई । सुबह का अलार्म जितना परेशान करता हैं स्कूल का बेल उतना ही शुकुन देता हैं । सभी बच्चे स्कूल से इस तरह भागते हैं जैसे किसी जेल से सारे कैदी को आज़ाद कर दिया हो । रोज की तरह 3:30 वाली बस स्कूल के बाहर खड़ी थी ।जेरी चक और स्टेसी तीनो एक ही बस में बैठ गए । सबसे पहले जेरी का घर आता था ।उसके बाद स्टेसी और फिर चक का । आज भी सब ने कोलमा की पुरानी लाइब्रेरी में मिलने का फैसला किया । और बस में भी उसी के बारेमें बात कर रहे थे ।
थोड़ी देर बाद
चक: लो जेरी तुम्हारा घर आ गया । मिलते हैं 5 बजे पुरानी लाइब्रेरी में ।
जेरी : हा ,पक्का (जेरी बस से उतरने लगता हैं)
स्टेसी : by जेरी
जेरी : by
To be continue...